अव्यवस्था ने ली जान: अस्पताल ले जाते समय उफनती नदी के बीच धार में फंस गया वाहन, डायरिया पीड़िता की मौत
भारी बारिश के कारण नदी-नालों में जल स्तर बढ़ गया है और छत्तीसगढ़ के एडानार नदी में पुल न होने के कारण ग्रामीणों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसका खामियाजा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जानकर गंवाकर चुकानी पड़ी। उल्टी और दस्त से पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अस्पताल ले जा रहा वाहन नदी के बीच फंस गया, जिससे समय पर इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई।
By Ashish Kumar Gupta
Publish Date: Sat, 14 Sep 2024 03:53:55 PM (IST)
Updated Date: Sat, 14 Sep 2024 03:53:55 PM (IST)
HighLights
- उल्टी-दस्त से पीड़ित थी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता।
- पुल न होने के कारण उफनदी नदी में फंस गया वाहन।
- बारिश के मौसम में टापू बन जाता है एडानार गांव।
नईदुनिया न्यूज, अंतागढ़। अस्पताल पहुंचे में देरी होने की वजह से उल्टी दस्त से पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जयनी पोटाई की रास्ते में ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जयनी पोटाई उल्टी दस्त से पीड़ित थी, उसे इलाज के लिए निजी वाहन से अस्पताल लेजाया जा रहा था। एडानार नदी में पुल नहीं होने की वजह से वाहन नदी के बीच फंस गया। समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत हो गई।
पिछले दिनों हुई भारी बारिश से नदी-नालों में जल स्तर बढ़ गया है। वहीं एडानार नदी में पुल नहीं बनने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उल्टी दस्त से पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जयनी बाई को अंतागढ़ अस्पताल लाया जा रहा था, इस बीच एडानार नदी में वाहन फंस गया, जिसे निकालने के लिए ट्रेक्टर बुलाया गया।
नदी में फंसे वाहन को बाहर निकालने से पहले मरीज ने दम तोड़ा
जब तक वाहन को नदी से बाहर निकाल पाते पीड़ित जयनी पोटाई की मौत हो चुकी थी। एक ओर सरकार कई महती योजनाओं के माध्यम से गांव-गांव पुल-पुलिया और सड़कों का निर्माण करा रही है और कईं गांव अभी भी इन सब योजनाओं से अछूते हैं।
बारिश के दिनों में टापू बन जाता है एडानार
अंतागढ़ ब्लाक की बात करें तो एडानार गांव बारिश के दिनों में टापू में तब्दील हो जाता है। आजादी के 77वें साल बाद पुल नहीं बनने की वजह से बारिश में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।