कमल नाथ के गढ़ रहे छिंदवाड़ा में नगर निगम अध्यक्ष का तख्ता पलट करने की तैयारी, 32 पार्षद हुए एकजुट

कमल नाथ के गढ़ रहे छिंदवाड़ा में नगर निगम अध्यक्ष का तख्ता पलट करने की तैयारी, 32 पार्षद हुए एकजुट

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मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा से इस समय की बड़ी खबर है। भाजपा पार्षदों की और संगठन पदाधिकारी की बैठक हुई जिसमें वे पार्षद भी शामिल थे जो लंबे समय से संगठन से नाराज चल रहे थे। बैठक में 32 पार्षद होने अविश्वास प्रस्ताव लाने पर सहमति प्रदान करते हुए हस्ताक्षर कर दिए। नियमों के मुताबिक छिंदवाड़ा में 48 पार्षद और एक वोट महापौर का है।

By Dheeraj kumar Bajpai

Publish Date: Fri, 27 Sep 2024 10:25:56 AM (IST)

Updated Date: Fri, 27 Sep 2024 12:54:24 PM (IST)

कमल नाथ के गढ़ रहे छिंदवाड़ा में नगर निगम अध्यक्ष का तख्ता पलट करने की तैयारी, 32 पार्षद हुए एकजुट
छिंदवाड़ा नगर निगम कार्यालय। फाइल फोटो

HighLights

  1. छिंदवाड़ा में भाजपा की अब निगमाध्यक्ष पद पर कब्जे की तैयारी।
  2. नाथ के गढ़ में देररात भाजपा पदाधिकारियों और पार्षदों के बीच चर्चा।
  3. 32 पार्षद एक साथ, 48 पार्षदों के सदन में बहुमत का आंकड़ा 25।

नईदुनिया, छिंदवाड़ा (Chhindwara News)। नगर निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू बाबू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है। कभी कमल नाथ के गढ़ रहे छिंदवाड़ा में बड़ा उलटफेर होने वाला है। नियमों के मुताबिक 48 पार्षद और एक वोट महापौर का है। ऐसे में 25 पार्षद के समर्थन के आधार पर अध्यक्ष के लाभ पर विश्वास प्रस्ताव पारित हो सकता है।

48 पार्षदों के सदन में बहुमत का आंकड़ा 25

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के गढ़ में भाजपा अंतिम किला फतह करने की तैयारी में है। भाजपा अब नगर निगम में सभापति का पद अपने कब्जे में लेना चाह रही है। इसी को लेकर बीती देर रात एक होटल में भाजपा के सभी पदाधिकारी और भाजपा समर्थित पार्षदों के बीच मंत्रणा हुई।

अविश्वास प्रस्ताव पारित होने की संभावनाएं प्रबल

इस दौरान जहां भाजपा के नाराज पार्षदों को समझाइश दी गई, वहीं सभापति पद के लिए तय नाम (जो कि अभी तय नहीं हुआ है) का समर्थन करने के लिए कहा गया। इससे पहले सभी भाजपा समर्थित पार्षदों को अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमत किया गया। बता दें कि सदन में संख्या बल के आधार पर अविश्वास प्रस्ताव पारित होने की संभावनाएं प्रबल हैं।

2022 के नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने कब्जा किया था

2022 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने छिंदवाड़ा नगर निगम में महापौर पद पर कब्जा किया था। यहां उसके पार्षदों की संख्या भी अधिक रही, लिहाजा बिना किसी अड़चन के कांग्रेस के धर्मेंद्र सोनू बाबू को नगर निगम अध्यक्ष चुन लिया गया था। बदले राजनीतिक परिवेश में जहां महापौर भाजपा का दामन थाम चुके हैं।

कुछ कांग्रेसी व निर्दलीय पार्षद भी भाजपा के पक्ष में

कुछ कांग्रेसी व निर्दलीय पार्षद भी भाजपा के पक्ष में आ गए हैं। ऐसे में अंकगणित मौजूदा सभापति के प्रतिकूल हो चुका है। इसलिए भाजपा जल्द ही उनके विरोध में अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। गुरुवार की देररात इसे लेकर वरिष्ठ भाजपा के नेताओं और पदाधिकारियों के साथ भाजपा-समर्थक पार्षदों की बैठक हुई। इस बैठक में 32 पार्षद शामिल हुए।

ये है सदन का अंकगणित

छिंदवाड़ा में कुल 48 पार्षद हैं और एक वोट महापौर का है। मौजूदा परिस्थिति में 32 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अपनी सहमति दे दी। भाजपा जिला अध्यक्ष ने नाराज चल रहे सात पार्षदों को भी समझाइश देकर मना लिया गया है कि नया निगम अध्यक्ष सभी की सहमति से बनाया जाएगा।

दो ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था

2022 में हुए नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के 26, भाजपा के 18 और चार निर्दलीय पार्षद जीते थे। दो निर्दलीय पार्षदों ने भाजपा तो दो ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। इसके बाद विधानसभा और लोकसभा चुनाव के समय महापौर विक्रम अहाके सहित कुछ अन्य पार्षदों ने भाजपा का दामन थाम लिया।

32 पार्षदों के हस्ताक्षर भी हो चुके हैं

वर्तमान में भाजपा समर्थक पार्षदों की संख्या 34 हो चुकी है, जिनमें से 32 पार्षदों के हस्ताक्षर भी हो चुके हैं। कांग्रेस के पास कुल पार्षदों की संख्या 14 रह गई है, ऐसे में नगर निगम अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू बाबू की कुर्सी पर संकट के बादल गहराने लगे हैं।



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