खरगोन जिले में गो तस्करों ने पुलिस की गाड़ी को मारी टक्कर, घटना में एक आरोपी हुआ घायल… परिवार बोला- गोली मारी
Khargone District News: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के झिरन्या में गोवंश से भरी एक पिकअप गाड़ी के ड्राइवर ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार दी। इस घटना में गाड़ी में सवार एक आरोपी घायल हो गया और दो फरार हो गए। घायल गोतस्कर को पुलिस इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंची। उधर इसके परिवार वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे गोली मारी है।
By Prashant Pandey
Publish Date: Wed, 09 Apr 2025 12:45:22 PM (IST)
Updated Date: Wed, 09 Apr 2025 12:52:04 PM (IST)
HighLights
- गोतस्करी के घायल आरोपी के सिर में लगी है चोट।
- प्रारंभिक इलाज के बाद उसे इंदौर रेफर किया गया।
- परिजन कह रहे- पुलिस ने युवक को गोली मारी है।
नईदुनिया प्रतिनिधि, खरगोन (Khargone News)। खरगोन जिले के हेलापड़ावा पुलिस चौकी क्षेत्र में मंगलवार-बुधवार रात को गो तस्करों पर की कार्रवाई (Police action on cow smugglers in Khargone) विवादों में घिर गई है। कार्रवाई के दौरान जहां पुलिस ने गो तस्करी में लिप्त पिकअप वाहन चालक द्वारा पुलिस वाहन को टक्कर मारने से एक गोवंश तस्कर के घायल होने का दावा किया है।
वहीं घायल के परिवार वालों ने गोली लगने का आरोप लगाते हुए मामले को नया मोड़ दे दिया है। आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में हुई इस वारदात के बाद समूचा पुलिस महकमा अलर्ट पर है। पुलिस खुद घायल को अस्पताल लेकर पहुंची।
जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद घायल को इंदौर रेफर कर दिया। एएसपी नरेंद्र रावत ने बताया हेलापड़ावा पुलिस चौकी क्षेत्र में गोस्करी की कार्रवाई पिकअप सवार तस्करों ने पुलिस वाहन को टक्कर मारकर फरार (Police Vehicle Collision Khargone) होने का प्रयास किया था।
दो आरोपी भाग निकले
इस हादसे में पिकअप सवार दो लोग भाग गए, जबकि श्रवण डावर पुत्र कुंवरसिंह (19) निवासी आमड़ी झिरन्या घायल अवस्था में मिला। जिसे पुलिस अस्पताल लेकर आई। उसका एक्स-रे और सिटी स्कैन कराया है। उसके शरीर मे गोली से कोई घाव नहीं है।
अस्पताल बना पुलिस छावनी
गोली लगने से घायल होने के आरोपों के चलते समूचा अस्पताल परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। सिविल सर्जन डॉ. अमरसिंह चौहान के मुताबिक घायल के सिर में गंभीर चोट है। यह गन शाट है या अन्य कोई कारण कहा नहीं जा सकता। हालत गंभीर होने से उसे इंदौर रेफर किया है। उधर, घायल के मामले में आदिवासी संगठनों ने विरोध के साथ जांच की मांग की है।