Tadasana Benefits In Hindi तेजी से हाइट बढ़ाता है ताड़ासन
तेजी से हाइट बढ़ाता है ताड़ासन
इस लेख में हम ताड़ासन ( Tadasna Benefits In Hindi ) के विषय में जानेंगे। ताड़ासन योग के बेसिक आसनों में से एक है। ताड़ासन दो शब्दों से मिलकर बना है ।ताड़ जिसका अर्थ है पर्वत और आसन का अर्थ है मुद्रा अर्थात इस आसन को पर्वत की मुद्रा वाला आसन कह सकते है। जिसमे शरीर की मुद्रा पर्वत के समान होती है। सूर्यनमस्कार के 12 आसनो में से एक ताड़ासन योगाभ्यास शुरू करने के लिए बहुत ही उत्तम आसन है। यह बहुत ही सरल है यदि आपने अभी -अभी योगाभ्यास की शुरुआत की है तो सबसे पहले इसी आसन का अभ्यास करे इस आसन को माउंटेन पोज़ के नाम से भी जाना जाता है। बच्चे हो या बुज़ुर्ग सभी उम्र के लोग इस आसन को कर सकते है। इसके बहुत सारे लाभ है। ताड़ासन योग हमारा शारीरिक संतुलन ठीक करता है ।साथ ही हमारा कद बढ़ाने में भी सहायक है। यह हमारी एकाग्रता को बढ़ाता है। इसके अलावा पीठ दर्द से राहत देता है। इस योगाभ्यास से हमारे पैरो ,हाथो व रीढ़ की हड्डी की अच्छी स्ट्रेचिंग होती है। यह हमारे शरीर को लचीला बनाता है। शरीर को मुश्किल आसनो के लिए तैयार करता है। यह आसन हमारे पैरो के मसल्स को भी मजबूत करता है। योग की शुरुआत करने के लिए ताड़ासन वृक्षासन व बालासन जैसे काफ़ी सरल व अच्छे आसन है। कुछ लोग योगाभ्यास को बहुत मुश्किल मानते है और योग से दूर भागते है। लेकिन ऐसा नहीं है योग में ऐसे कई सरल आसन है जिन्हे आप आसानी के साथ करके अपने आप को स्वस्थ्य रख सकते है। आगे लेख में हम ताड़ासन की विधि इस आसन से होने वाले लाभों व सावधानियों के बारे में जानेंगे। ताड़ासन को अन्य नामो से भी जाना जाता है। पर्वतासन ,पाम ट्री पोज़ ,स्वर्गीय योग ।
ताड़ासन Mountain Pose –
ताड़ासन को माउंटेन पोज़ या पाम ट्री पोज़ भी कहते है। यह दिखने में जितना आसान लगता है करने में भी उतना ही आसान है। आप इस आसन को अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बड़ी ही आसानी के साथ बना सकती है। यह एक जरुरी योगासन है। यह काफ़ी आसान दिखता है पर यह काफ़ी प्रभावी आसन है।
ताड़ासन विधि –
1. सबसे पहले स्वच्छ ,शांत जगह का चुनाव करे।
2. अब अपने दोनों हाथो को शरीर के बगल में रखकर सीधे खड़े हो जाये ।
3. एकदम सीधे खड़े होकर अपने दोनों पैरो के बीच में कुछ दूरी जरूर रखे।
4. गहरी सांस लेते हुए अपने दोनों हाथो को सिर के ऊपर ले जाते हुए अपनी उंगलियों को आपस में बांध ले ।
5. अपने हाथो ,कमर व पैरो को एकदम सीधा रखे और जितना हो सके आकाश की ओर स्ट्रेच करे ।
6. अपनी एड़ी उठाते हुए अपने पैरो की उंगलियों पर खड़े हो जाये ।
7. आसन के दौरान गहरी और लम्बी सांसे लेनी और छोड़नी है।
8. इस अवस्था में शरीर का पूरा भार पंजो पर होगा ।
9. इसी अवस्था में कुछ देर रुके।
10. इस आसन को कम से कम 10 बार दोहराये ।
ताड़ासन करते समय कुछ सावधानियां
1. जिन लोगो को निम्न रक्त चाप की समस्या है उन्हें यह योगासन नहीं करना चाहिए ।
2. गर्भवती महिलाए किसी योग्य प्रशिक्षक की मदद से ही इस आसन का अभ्यास करे।
3. यदि आपको नींद नहीं आने की परेशानी है तो यह योग आसन न करे ।
4. सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या है तो यह आसन न करे ।
5. जिन लोगो को तखनो या घुटनो में दर्द चाहिए है उन्हें इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए ।
6. अंदरूनी चोट (इंजरी ) होने पर ताड़ासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए ।
ताड़ासन से होने वाले लाभ
Benefits Of Tadasna In Hindi
1. शरीर के पोस्चर में सुधार
ताड़ासन का मुख्य काम है शरीर के पोस्चर को ठीक करना अधिक समय तक लेटे रहने या ज़्यादातर बैठे रहने पर हमारे शरीर का जो पोस्चर ख़राब हो जाता है। ताड़ासन का नियमित रूप से अभ्यास करने पर आप देखेंगे की आपका पोस्चर पहले की तुलना में अधिक अच्छा हो गया है। अब आप अधिक देर तक स्थिर रूप से खड़े रह पाएंगे और आपके चलने की मुद्रा में भी सुधार होगा ।
2. लम्बाई बढ़ाने में मददगार
इस आसन का नियमित अभ्यास करने पर यह हाइट बढ़ाने में मदद करता है। जिन बच्चो की लम्बाई नहीं बढ़ रही है। उनको ताड़ासन का अभ्यास जरूर करवाए जिससे उन्हें अपना कद बढ़ाने में मदद मिले ।
3. संतुलन बनाने में मदद
इस आसन से आप अपने शरीर का संतुलन सही कर सकते है। जब हम ताड़ासन का अभ्यास करते है तो हमे अपने पैरो के पंजो पर खड़ा होना होता है जिससे हमे संतुलन बनाने में मदद मिलती है और शरीर में लचीलापन बढ़ता है ।
4. घुटनो ,तखनो और जांघ को बनाये मजबूत
ताड़ासन योगासन हमारे घुटनो ,टखनों और जांघ को मजबूत बनाने का काम करता है। जब हम नियमित रूप से ताड़ासन करते है। तो शरीर के इन अंगो पर ज़्यादा खिचाव आता है जिसकी वजह से यह अंग पहले से ज़्यादा मजबूत और लचीले बन जाते है।
5. पीठ दर्द से राहत
जब हम ताड़ासन का अभ्यास करते है। तो शरीर को ऊपर की ओर स्ट्रेच करते है जिससे हमारी रीढ़ की हड्डी व कमर में खिचाव आता है जिससे कमर दर्द व पीठ दर्द से राहत मिलती है। यदि इस आसन का अभ्यास सही तरीके से किया जाये तो कमर व पीठ दर्द से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है।
6. श्वसन प्रणाली मजबूत होती है
श्वसन सम्बन्धी कोई रोग है तो नियमित रूप से ताड़ासन का अभ्यास करे इसे करने से न केवल शरीर स्वस्थ्य रहता है बल्कि श्वसन प्रणाली भी मजबूत होती है ।
7. पाचन तंत्र में सुधार
आप नियमित रूप से यह आसन करते है। तो ताड़ासन पेट की गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है। इस आसन को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करे ।
8. शरीर में ब्लड फ्लो अच्छा करता है
ताड़ासन हमारे शरीर में ब्लड फ्लो को अच्छा करता है जिससे कई बीमारियों के साथ – साथ हार्ट से जुडी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है । शरीर में ब्लड फ्लो अच्छा रहता है तो किसी भी रोग के होने की संभावना बहुत कम हो जाती है ।
9. मधुमेह रोग में लाभकारी
मधुमेह के रोगी यदि नियमित रूप से ताड़ासन का अभ्यास करते है तो उन्हें बहुत फायदा मिलता है। NCBI द्वारा प्रकाशित शोध में इस बात को स्पष्ट किया गया है की टाइप -2 डायबिटीज़ में ताड़ासन योग बहुत लाभकारी है।
10. पेट की चर्बी को घटाने में सहायक
ताड़ासन योग के नियमित अभ्यास से कमर व पीठ में सबसे ज़्यादा खिचाव आता है। इसके बाद पेट के मसल्स पर खिचाव आता है। पेट पर खिचाव आने पर पेट की अतिरिक्त चर्बी कम होती है और बॉडी फिट नज़र आती है।योगाभ्यास के साथ ही साथ सही डायट लेना भी जरुरी है तभी यह लाभ आपको मिल पाएंगे।
ताड़ासन के लिए सावधानियां
1. गलत तरीके से ताड़ासन बिलकुल न करे यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
2. घुटनो में तेज़ दर्द होने पर ताड़ासन का अभ्यास बिलकुल न करे ।
3. गर्भवती महिलाओ को इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए ।
4. भोजन करने के तुरंत बाद ताड़ासन न करे।
5. उच्च रक्त चाप की समस्या में ताड़ासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए ।
6. सर दर्द या माइग्रेन के रोगी इस आसन को न करे।
निष्कर्ष
इस लेख में health divin ने यह बताने का प्रयास किया है की एक सरल व आसान आसन करने पर वह आपको कितने प्रकार से लाभ प्रदान करेगा। और इसे सही तरीके से करने के लिए हमने ताड़ासन की सही विधि को बिल्कुल आसान स्टेप्स में आपको बताया है। इसके साथ ही हमने कुछ टिप्स व सावधानियां भी साझा की है। उम्मीद है यह लेख आपको जरूर पसंद आया होगा।
FAQ
प्र0-1 = ताड़ासन के लिए कौन सा समय सबसे अच्छा है ?
उ0-1= ताड़ासन यदि सुबह के समय किया जाय तो बहुत ही अच्छा है। क्योकि सुबह आपकी बॉडी की अच्छी स्ट्रेचिंग हो जाती है और यदि सुबह आपके के पास वक्त की कमी है तो शाम को भी आप ताड़ासन कर सकते है।
प्र0-2= ताड़ासन कितने दिनों तक करना चाहिए ?
उ0-2= ताड़ासन का नियमित अभ्यास करना चाहिए कम से कम 10 से 20 बार तक एक स्वस्थ्य व्यक्ति इस आसन का अभ्यास कर सकता है।
प्र0-3= ताड़ासन कब करना चाहिए ?
उ0-3= शुरुआत में ताड़ासन का 2 से 3 बार अभ्यास करना चाहिए धीरे -धीरे इसे आप बढ़ाकर 8 से 10 बार कर सकते है ।
प्र0-4= ताड़ासन कब नहीं करना चाहिए ?
उ0-4= घुटनो में तेज दर्द होने पर उच्च या निम्न रक्त चाप की समस्या, सिर दर्द या माइग्रेन होने पर ताड़ासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए ।
प्र0-5= ताड़ासन में कौन सी मांसपेशियां काम करती है ?
उ0-5= ताड़ासन का मुख्य काम है शरीर के पोस्चर में सुधार करना इसके अलावा जांघो ,टखनों और घुटनो को मजबूती प्रदान करना है। यह पैर की मांसपेशियों को पर्याप्त रूप से सक्रिय करता है।